Mukhyamantri Saur Krushi Vahini Yojana :-
हमारा देश एक कृषीप्रधान देश है, और इस कृषिप्रधान देश मे महाराष्ट्र का भी एक महत्वपूर्ण योगदान है। महाराष्ट्र मे देखा जाए तो करीब – करीब सभी प्रकार की फसले उगाई जाती है। वैसेमे राज्य को खेती के लिए बिजली काफी ज्यादा जरूरत पड़ती है, और इसमे धान की खेती के लिये सबसे ज्यादा पानी की जरूरत होती है, अभी तो राज्य मे साल तीनों सीजन मे फसले उगाई जा रई है। पानी जितना चाहिये उतना पानी किसान नहीं दे पता, येही ध्यान मे रखते हुये महाराष्ट्र राज्य सरकार ने यह एक नया कदम उठाते हुये 2017 मेही मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना इस योजना का आरंभ किया।
मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना उद्देश :
रात के समय मे किसानो को कई बार खेत मे पानी का पंप चालू करने के लिए जाना पड़ता है। ऐसे समय मे साप, बीछू, कोई कीड़ा ऐसे कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता इसामे कई बार किसान की जान भी जाती है।
किसानो के कृषि पंप को दिन बिजली मिले और रात मे दी जाने वाली बिजली से राहत मिल सके, साथ ही मे किसानो को बिजली के साथ – साथ कुछ पडिक से पैसे भी कमाने की संधी। Mukhyamantri Saur Krushi Vahini Yojana इस योजना के माध्यम से मिलेगी।
अभी सरकार को इस Mukhyamantri Saur Krushi Vahini Yojana योजना के माध्यम से किसानो को दीन मे बिजली दिन मे बिजली उपलब्ध करके देना है।
Mukhyamantri Saur Krushi Vahini Yojana अधिक जानकारी :
महाराष्ट्र राज्य में कुल 29 मिलियन उपभोक्ताओं में से लगभग 45 लाख उपभोक्ता कृषि उपभोक्ता हैं और 22% बिजली की खपत करते हैं। वर्तमान में कृषि उपभोक्ताओं को दिन और रात के समय रोटेशन के आधार पर बिजली की आपूर्ति की जाती है। किसानों को रात में बिजली की आपूर्ति से उन्हें बहुत असुविधा हो रही है और किसानों को दिन के समय विश्वसनीय बिजली आपूर्ति प्रदान करने की लंबे समय से लगातार मांग की जा रही है। दूसरी ओर, यह भी एक मजबूत मांग है कि राज्य में उद्योग और व्यवसायों को उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता बनाए रखने के लिए उचित दर पर बिजली की आपूर्ति की जानी चाहिए।
इन समस्याओं को दूर करने के लिए जून 2017 में “मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना” नामक एक अभिनव योजना शुरू की गई, जिसके तहत कृषि प्रधान सब-स्टेशनों से 5 किलोमीटर के दायरे में 2 मेगावाट से 10 मेगावाट क्षमता की विकेन्द्रीकृत सौर परियोजनाएँ स्थापित की जाएँगी। कृषि फीडर सोलराइजेशन के अपार लाभों को देखते हुए, महाराष्ट्र सरकार (GoM) ने हितधारकों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श के बाद योजना को फिर से तैयार करने का निर्णय लिया। मंत्री समूह ने इस योजना को मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना 2.0 (एमएसकेवीवाई 2.0) के रूप में पुनः तैयार किया और 7000 मेगावाट विकेन्द्रीकृत सौर परियोजनाओं को फास्ट-ट्रैक मोड पर कार्यान्वित करके ‘मिशन 2025’ के रूप में 2025 तक 30% फीडर सौरीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया, जिसमें कृषि भार वाले वितरण उप-स्टेशन से 5-10 किलोमीटर की परिधि में 0.5 मेगावाट से 25 मेगावाट तक की क्षमता के साथ विकेन्द्रीकृत सौर परियोजनाएं स्थापित की जाएंगी, जिससे किसानों को दिन में बिजली मिल सके।
Solar Krushi Vahini Yojana कहा होगा प्लांट :
- महावितरण के उपकेंद्र से लगभग 5 किलोमीटर के दायरेमे जिनका खेत आता है।
- जहा पडिक या नापिक (जिसमे किसी प्रकार का उपज नहीं निकलता) ऐसा जमीन पर हो शकता है।
- जहा सबसे कम उत्पन्न निकलता है या किसान अपनी जमीन किरायासे देने के लिए राजी है।
- जिसमे किसान के साथ करार किया जायगा और इसका किसान को 50 हजार रुपये किसान को सालाना जमीन का भाड़ा दिया जाएगा।
- इसमे से जो बिजली निकलेगी वही बिजली किसानोको दी जायगी।
- किसान अपनी खेती 3 एकर से लेके 10 एकर तक का खेत इसके लिए दे शकता है।
Solar Krushi Vahini Yojana आवेदन कोण कर शकता है ? :
- किसान महाराष्ट्र राज्य का रहिवासी होना चाहिए।
- किसान के पास खुद की 3 एकर से लेके 10 एकर तक खेत होना चाहिए।
- किसान के पास जमीन के सारे दस्त एवज होना जरूरी है।
- जो किसान आवेदन करना चाहता है उसका खेत महावितरण उपकेंद्र से 5 किलोमीटर के दाइरेमे होना चाहिए।
Solar Krushi Vahini Yojana योजना विशेष :
Mukhyamantri Saur Krushi Vahini Yojana इस योजना के बारे और जानकारी जानना चाहते है तो आप www.MSEDCL.in पर जाके भी जानकारी ले शकते है।
या तो Mukhyamantri Saur Krushi Vahini Yojana के बारे मे जानकारी के लिए यहा क्लिक करके भी आप जानकारी प्राप्त कर शकते है।
Mukhyamantri Saur Krushi Vahini Yojana आवेदन करने के लिए आप नीचे दिये गए बटन पर क्लिक करके आवेदन पोर्टल पर जा शकते है।